NOT KNOWN DETAILS ABOUT WHAT TO DO FOR SUCCESS IN HINDI

Not known Details About what to do for success in Hindi

Not known Details About what to do for success in Hindi

Blog Article

आपके अमूल्य प्रतिक्रिया के लिए दिल से धन्यवाद

मित्रों, हम भी अपने जीवन में ऐसी परिस्थितियों से दो-चार होते रहते हैं. कई बार किसी कार्य को करने के पूर्व या किसी समस्या के सामने आने पर उसका निराकरण करने के पूर्व ही हमारा आत्मविश्वास डगमगा जाता है और हम प्रयास किये बिना ही हार मान लेते हैं. कई बार हम एक-दो प्रयास में असफलता मिलने पर आगे प्रयास करना छोड़ देते हैं.

आम का मोह – ज्ञानवर्धक प्रेरणादायक प्रेरक प्रसंग

lion and mouse Tale in hindi

ऐसा कर पहले तू कहीं से उधार लेकर मेरे लिए भोजन तो बना।

सपनों को पूरा करने के लिए कभी हार नहीं माननी चाहिए।

Right after I was cozy with every thing I'd acquired, I labored toward opening my cafe, which I named right after my mom. It hasn't been without having its individual list of troubles, but I don’t regret my conclusion. I really like becoming On this scene and meeting new men and women. I suppose it jogs my memory of my mom.”

अब अपना आकर्षण खो देने के कारण उसके तरफ कोई देखता भी नहीं था वह बहुत पछताने लगा की संसार का कोई सेवा नहीं कर सका, व वह लोगों का काम भी नहीं आ सका, आखिरकार एक दिन तेज हवा का झोंका आया और वह डाली टूटकर नीचे गिर गया 

I also decided to no more take in animal solutions. The three excellent adopted pet dogs who share my dwelling are not any distinct within the cows, pigs and chickens whose flesh we pile on our plates. They Feel and come to feel and so are Portion of get more info a household. By going vegan, I’m saving animals’ lives and assisting the ecosystem—meat production poisons the air and drinking water. Excellent health and fitness, a transparent conscience, a cleaner World—that’s a heady blend.” These careers could make you a millionaire before you retire.

बेचारे व्यक्ति को एक फूटी कौड़ी नसीब नहीं हुई वह जोर-जोर से रोता व सर को पटकता हुआ घर की तरफ वापस लौटा – उसने समय की कीमत को नहीं समझा इसलिए उसे पछताना पड़ा 

महामंत्री गाँव के सर्वश्रेष्ठ मूर्तिकार के पास गया और उसे वह पत्थर देते हुए बोला, “महाराज मंदिर में भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करना चाहते हैं.

हंसिनी ने हंस से कहा ये हम किस उजड़े हुए इलाके में आ गये हैं ?

मार-खाने के डर से गाँधी जी ने अपने माता-पिता से झूठ बोला कि कड़ा कही गिर गया है. किन्तु झूठ बोलने के कारण गाँधी जी का मन स्थिर नहीं हो पा रहा था.

So typically we find ourselves on autopilot—waking up in precisely the same home, putting on precisely the same apparel, getting the exact same transportation to the exact same-outdated career. Even our New Calendar year’s resolutions to vary hardly make it past Valentine’s Day. And, when it’s properly organic (and ordinary) for humans to crave regime, there’s A great deal to get found outside of the confines of our convenience zones.

Report this page